जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम (JSSK): माताओं और शिशुओं के स्वास्थ्य के लिए एक महत्वपूर्ण पहल

भारत में मातृ और शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए सरकार ने कई योजनाएं और कार्यक्रम सुरु कर रखे हैं। इनमें से एक प्रमुख योजना है “जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम” (JSSK) ज्ञान का स्वराज, जिसे भारत सरकार ने 2011 में शुरू किया। यह कार्यक्रम मातृ और नवजात शिशु की स्वास्थ्य देखभाल को समुचित करने के लिए शुरू किया गया। इस योजना के अंतर्गत गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशु को प्रसव के दौरान और बाद में अस्पताल में सहायता के लिए मुफ्त चिकित्सा सुविधाएं दी जाती हैं, जिससे मातृ मृत्यु दर (MMR) और शिशु मृत्यु दर (IMR) को न्यूनतम करने का सुधारात्मक प्रयास किया जा सके।

जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम का उद्देश्य

जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम का प्रमुख उद्देश्य माताओं और शिशुओं को सुशासित स्वास्थ्य संरक्षण के साथ आवश्यक सेवा दिये जाना तथा इन सेवाओं से होने वाले स्वास्थ्य आंदोलनों से बचाना है। इसके तहत महिलाओं और शिशुओं को मुफ्त चिकित्सा सेवाएं, दवाएं, महीनाएं जाँचें और अस्पताल में बिताने की सेवाएं उपलब्ध कराई जाती हैं। इस कार्यक्रम का उद्देश्य निम्नलिखित है:

  • भारत में मातृ मृत्यु दर को घटाना व माताओं को सुरक्षित प्रसव सेवाएं प्रदान करना। मातृ मृत्यु दर में कमी
  • नवजात शिशुओं की सुरक्षा एवं संतानों की मृत्यु दर को कम करने में सहयोग करना। शिशु मृत्यु दर में कमी
  • गर्भवती महिलाओं व शिशुओं के लए सरकारी अस्पतालों में मुफ्त उपचार एवं स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना। मुफ्त चिकित्सा सुविधाएं
  • मातृत्व और शिशु देखभाल सेवाओं के समान्य स्तर में वृद्धि के साथ इन सेवाओं को उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार।
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मां और बच्चे संरक्षण कार्यक्रम के लिए विशेष सुविधाएं

  • फ्री डिलीवरी सेवाएं – जेएसएसके के तहत, सरकार के अस्पतालों में गर्भवती महिलाओं के लिए मुफ्त डिलीवरी सेवाएं प्रदान की जाती हैं। इसमें सामान्य डिलीवरी, सिज़ेरियन सेक्शन और अन्य संबंधित सेवाएं शामिल हैं।
  • फ्री दवाएं और टेस्ट – इस योजना के तहत, इन माताओं को फ्री दवाएं, प्रयोगशाला परीक्षण और अन्य आवश्यक चिकित्सा सहायता प्रदान की जाती है। इसके अलावा, यदि किसी चिकित्सा जांच या उपचार की आवश्यकता हो तो शिशुओं को भी निःशुल्क सेवाएं प्रदान की जाती हैं।
  • फ्री भोजन और परिवहन – इस योजना के तहत, अस्पताल में भर्ती होने के दौरान गर्भवती माताओं और शिशुओं के लिए मुफ्त भोजन और परिवहन की भी व्यवस्था है, जो विशेष रूप से ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाली महिलाओं के लिए फायदेमंद है।
  • गर्भवती महिलाओं के लिए अतिरिक्त देखभाल – योजना के तहत, डिलीवरी से पूर्व विशेष डॉक्टरों द्वारा गर्भवती महिलाओं को विशेष देखभाल और ध्यान दिया जाता है और डिलीवरी के बाद भी विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा ध्यान रखा जाता है। महिलाओं को उनके गर्भावस्था के दौरान रक्त परीक्षण, अल्ट्रासाउंड और अन्य परीक्षणों जैसे आवश्यक चिकित्सा परीक्षण मुफ्त में प्रदान किए जाते हैं।
  • बाल देखभाल – एक साल तक के सभी बच्चों को आवश्यक चिकित्सकीय cuidados जैसे टीकाकरण, नवजात शिशुओं की देखभाल और अन्य चिकित्सा सेवाओं का समुचित पालन उनकी देखभाल और देखरेख करने वाली माताओं की ओर से निहुल्क किया जाता है। इसके अलावा, शिशुओं के स्वास्थ्य की नियमित निगरानी और चेकअप भी डॉक्टरों तथा नर्सों द्वारा समय-समय पर किया जाता है।
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जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम के चिकित्सा लाभ और अर्हता

इस कार्यक्रम से निम्नलिखित सभी लोग लाभान्वित होते हैं,

  • गर्भवती महिलाएँ: किसी भी गर्भवती महिला इस योजना का लाभ लेने के लिए पात्र होती है। वह सरकारी स्तर पर प्रसव कक्ष में मुफ्त में सारा।
  • नवजात: जन्म के बाद प्रत्येक शिशु की पूरी चिकित्सा सुविधाओं जैसे जाँच व उपचार इनकी विशेष योजना के अंतर्गत कही न कही निःशुल्क देता है।

जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम के लाभ

  • जनन और शिशु मृत्यु दर में कमी – इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य मातृ मृत्यु और शिशु मृत्यु दर को कम करना है ताकि हजारों महिलाओं और शिशुओं को बचाया जा सके।
  • स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच – जेएसएसके के तहत, महिलाओं और शिशुओं को स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान की जा रही हैं जो पहले उन्हें नहीं मिल पा रही थीं, विशेष रूप से ग्रामीण और दूरदराज क्षेत्रों में।
  • सामाजिक और आर्थिक समाकलन – यह कार्यक्रम गरीब और कमजोर लोगों को स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करके सामाजिक और आर्थिक समाकलन को बढ़ाता है।
  • स्वास्थ्य देखभाल में जागरूकता – कार्यक्रम के तहत महिलाओं को प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में जागरूक किया जाता है ताकि वे अपनी और अपने शिशु की सेहत का ध्यान रख सकें।

जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम (JSSK) मातृ और बच्चे के विकास को और बढ़ाने के लिए यूनिक तरीके से काम कर रहा है। इस योजना अंतर्गत महिलाओं और शिशुओं का जिला स्तर पर इलाज करने की जरूरत पड़ने पर उन्हें अनुदान राशि के माध्यम से चिकित्सा सेवाओं का लाभ दिया जाता है। इस योजना के कई लाभ हैं परंतु इसका सबसे बड़े लाभार्थी निचले आर्थिक स्तर के लोग हैं जो सरकारी अस्पतालों में उचित इलाज से लाभान्वित होते हैं। इस दृष्टिकोन से JSSK मात्री-शिशु स्वास्थ्य संतुलन के लिए महत्वपूर्ण दखल दिखा रहा है।

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